कानपुर में Sabarmati Jansadharan Express Accident: दो कोच पटरी से उतरे, बड़ा हादसा टला

Sabarmati Jansadharan Express accident

कानपुर: शुक्रवार शाम को उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में एक बड़ा रेल हादसा Sabarmati Jansadharan Express accident के रूप में सामने आया, जहां मुजफ्फरपुर से साबरमती जा रही 15269 Sabarmati Jansadharan Express के दो कोच पटरी से उतर गए। हालांकि इस घटना में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन मामूली अफरा-तफरी और कुछ यात्रियों को हल्की चोटें आई हैं।

हादसा कहां और कैसे हुआ?Sabarmati Jansadharan Express accident

यह घटना कानपुर-टुंडला सेक्शन के भाऊपुर यार्ड में शुक्रवार की शाम हुई, जब ट्रेन पनकी स्टेशन पार करके भाऊपुर की ओर बढ़ रही थी। उस दौरान ट्रेन धीमी गति से लूप लाइन में जा रही थी, जिससे बड़ा हादसा टल गया।

North Central Railway (NCR) के अनुसार, ट्रेन के छठे और सातवें कोच अचानक पटरी से उतर गए। यही वह क्षण था जब Sabarmati Jansadharan Express accident का खतरा वास्तविकता बनते-बनते रह गया।

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क्या कोई घायल हुआ?

रेलवे के अधिकारियों ने पुष्टि की है कि इस Sabarmati Jansadharan Express accident में कोई गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ है। हालांकि, ट्रेन के झटके से कुछ यात्रियों को मामूली चोटें ज़रूर आईं। मौके पर पहुंची रेलवे टीम ने राहत एवं बचाव कार्य तुरंत शुरू किया और कोचों को जैक की सहायता से फिर से ट्रैक पर लाने का प्रयास जारी है।

अधिकारियों की त्वरित कार्रवाई

घटना की सूचना मिलते ही रेलवे के GM और DRM समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे। राहत कार्य तेजी से किया जा रहा है और ट्रैक को जल्द से जल्द सामान्य करने का प्रयास जारी है। इस बीच Railway help line number भी जारी किए हैं, ताकि यात्री और उनके परिवार के लोग जानकारी प्राप्त कर सकें।

रेलवे हेल्पलाइन नंबर:Railway help line number

  • प्रयागराज: 0532-2408128, 2407353, 2408149
  • कानपुर: 0512-2323015, 2323016, 2323018
  • टूंडला: 7392959712

हादसे के बाद बदले गए ट्रेनों के रूट

Sabarmati Jansadharan Express accident के बाद ट्रैक बाधित होने के चलते तीन ट्रेनों के मार्ग परिवर्तित किए गए हैं:

  1. 22307 हावड़ा-बीकानेर एक्सप्रेस को कानपुर से झांसी, आगरा होते हुए बीकानेर भेजा गया।
  2. 12505 कामाख्या-आनंद विहार टर्मिनल एक्सप्रेस को कानपुर से वापस लाकर लखनऊ, मुरादाबाद होते हुए भेजा गया।
  3. 12003 लखनऊ-नई दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस को उन्नाव से वापस लाकर लखनऊ, फिर मुरादाबाद और गाजियाबाद होते हुए नई दिल्ली भेजा गया।

जांच के आदेश

रेल प्रशासन ने Sabarmati Jansadharan Express accident को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं। यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता मानते हुए विस्तृत निरीक्षण और दोषियों की पहचान की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी।

यात्रियों की प्रतिक्रिया और स्थिति

घटना के समय ट्रेन में सवार कई यात्रियों ने बताया कि अचानक एक जोरदार झटका महसूस हुआ और फिर डिब्बे एक तरफ झुक गए। डर और घबराहट का माहौल बन गया, लेकिन कुछ ही देर में राहत टीम पहुंच गई और यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। एक यात्री ने कहा, “अगर ट्रेन की रफ्तार थोड़ी तेज होती, तो बड़ा हादसा हो सकता था।” कई यात्रियों ने रेलवे के त्वरित रिस्पॉन्स की तारीफ की।

भविष्य की तैयारियां

रेलवे प्रशासन ने ऐलान किया है कि इस सेक्शन में ट्रैक की गहन जांच की जाएगी और जहां भी जरूरत हो, ट्रैक को बदला जाएगा। साथ ही भविष्य में इस तरह की घटनाएं ना हों इसके लिए उच्च स्तरीय निरीक्षण और स्वचालित निगरानी प्रणाली को भी लागू किया जाएगा।

निष्कर्ष

Sabarmati Jansadharan Express accident एक बड़ा हादसा बन सकता था, लेकिन रेलवे की सतर्कता, ट्रेन की धीमी रफ्तार और त्वरित राहत कार्यों के कारण कोई गंभीर नुकसान नहीं हुआ। यह घटना रेलवे के लिए एक चेतावनी है कि ट्रैक मेंटेनेंस और सुरक्षा को और मजबूत किया जाए। साथ ही यात्रियों की सुरक्षा के लिए इस तरह की घटनाओं की समय पर जांच और समाधान जरूरी है।

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