Jharkhand Education Minister Ramdas Soren की हालत गंभीर, दिल्ली के अपोलो अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा गया। जानें क्या हुआ, और कैसे है उनकी तबीयत अभी।
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Ramdas Soren Health Update:
झारखंड की राजनीति से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। झारखंड के शिक्षा मंत्री Ramdas Soren की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है। उन्हें फिलहाल वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है और दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। 62 वर्षीय झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के वरिष्ठ नेता को शनिवार को जमशेदपुर स्थित उनके घर के बाथरूम में गिरने के बाद एयरलिफ्ट करके दिल्ली लाया गया।
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इस समय देशभर में लोग उनकी स्वास्थ्य स्थिति को लेकर चिंतित हैं और सोशल मीडिया पर उनके लिए दुआएं की जा रही हैं।
कैसे हुआ हादसा?
रामदास सोरेन शनिवार को अपने घर के बाथरूम में अचानक गिर पड़े। घटना इतनी गंभीर थी कि उन्हें तुरंत जमशेदपुर से एयर एम्बुलेंस के ज़रिए दिल्ली लाया गया। उनकी हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें इंटेंसिव केयर यूनिट (ICU) में भर्ती किया और लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है।
कौन कर रहा है इलाज?
इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल ने एक आधिकारिक बयान में बताया कि रामदास सोरेन की स्थिति गंभीर है और उन्हें लाइफ सपोर्ट पर रखा गया है। उनके इलाज के लिए एक मल्टीडिसिप्लिनरी विशेषज्ञों की टीम तैनात की गई है जो लगातार उनकी हालत पर नज़र बनाए हुए है। अस्पताल प्रबंधन ने फिलहाल ज्यादा जानकारी साझा नहीं की है, लेकिन उनकी स्थिति पर नियमित मेडिकल बुलेटिन जारी किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जताई चिंता
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर एक भावुक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा:
“आदरणीय रामदास दा झारखंड आंदोलन के अग्रणी योद्धा रहे हैं। संघर्षों से उन्होंने हमेशा विजय पाई है। इस बार भी वो ज़रूर विजयी होंगे। मरांग बुरु उन्हें शक्ति और साहस प्रदान करें।”
सीएम हेमंत सोरेन का यह संदेश यह दिखाता है कि रामदास सोरेन ना सिर्फ एक राजनेता हैं, बल्कि झारखंड की अस्मिता से गहराई से जुड़े एक योद्धा भी हैं।
कौन हैं रामदास सोरेन?
Ramdas Soren, झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के वरिष्ठ नेता और वर्तमान में राज्य के शिक्षा मंत्री हैं। वह झारखंड आंदोलन के शुरुआती नेताओं में से एक रहे हैं और उन्होंने जनजातीय अधिकारों और शिक्षा सुधारों के क्षेत्र में बड़ा योगदान दिया है।
वह झारखंड के आदिवासी समुदाय में अत्यंत लोकप्रिय नेता हैं और शिक्षा मंत्रालय के तहत कई योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू करने में उनकी भूमिका अहम रही है।
Ramdas Soren की सेहत को लेकर क्यों है राष्ट्रीय चिंता?
रामदास सोरेन सिर्फ झारखंड तक सीमित नहीं हैं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी एक मज़बूत जनजातीय आवाज़ के रूप में जाने जाते हैं। उनकी हालत बिगड़ने के बाद से न केवल झारखंड, बल्कि दिल्ली, बिहार, ओडिशा और बंगाल से भी नेताओं और समर्थकों ने उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की है।
Ramdas Soren Health Update सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है, और लोग उनके अच्छे स्वास्थ्य के लिए दुआ कर रहे हैं।
क्या है आगे की योजना?
अस्पताल सूत्रों के अनुसार, अगला 48 घंटे काफी क्रिटिकल माने जा रहे हैं। अगर उनकी हालत में सुधार होता है, तो वेंटिलेटर हटाने की योजना बनाई जा सकती है। वरना मेडिकल टीम अगले कदमों पर विचार करेगी। राज्य सरकार भी लगातार उनकी स्थिति पर नज़र बनाए हुए है और मुख्यमंत्री कार्यालय से अपडेट लिया जा रहा है।
झारखंड की शिक्षा व्यवस्था पर असर
Ramdas Soren के बीमार पड़ने से राज्य के शिक्षा मंत्रालय की गतिविधियों पर भी असर पड़ सकता है। कई महत्वपूर्ण योजनाएं और शिक्षा से जुड़े निर्णय फिलहाल स्थगित हो सकते हैं। हालांकि शिक्षा विभाग के सचिव और अन्य अधिकारी काम को संभाल रहे हैं, लेकिन उनकी अनुपस्थिति से नेतृत्व में अंतर महसूस किया जा सकता है।
जनता की प्रतिक्रिया
झारखंड के गांवों और शहरों से लेकर राजधानी रांची तक लोगों में चिंता का माहौल है। कई स्कूलों और कॉलेजों में छात्रों और शिक्षकों ने प्रार्थना सभाएं आयोजित की हैं और उनके स्वास्थ्य लाभ के लिए विशेष पूजा-पाठ किया जा रहा है
निष्कर्ष
Ramdas Soren Health Update इस समय झारखंड और पूरे देश के लिए चिंता का विषय है। एक जनप्रिय नेता, एक शिक्षाविद् और एक जमीनी कार्यकर्ता के रूप में उन्होंने जो योगदान दिया है, वह अमूल्य है। पूरा झारखंड दुआ कर रहा है कि रामदास सोरेन जल्द स्वस्थ होकर फिर से अपने कर्तव्यों की ओर लौटें।
सरकार, पार्टी और जनता सभी उनके साथ खड़े हैं और उम्मीद है कि वह इस चुनौती से भी बाहर निकलेंगे, जैसे वह हर संघर्ष से विजयी होकर निकले हैं।